सुकमा (सागर कश्यप) : जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की एक बड़ी कार्रवाई के तहत कोंटा की विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती दीक्षा बैद्य को न...
सुकमा (सागर कश्यप) : जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की एक बड़ी कार्रवाई के तहत कोंटा की विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती दीक्षा बैद्य को निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन पोषण आहार वितरण में गड़बड़ी के आरोपों की प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद किया गया है। राज्य शासन ने इस कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, कोंटा परियोजना के तहत रेडी-टू-ईट आहार के अवैध परिवहन के मामले में गंभीर अनियमितता पाई गई थी। इसके चलते कर्तव्य में घोर लापरवाही और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन होने के कारण दीक्षा बैद्य को निलंबित किया गया है।
इससे पहले भी, इस परियोजना से जुड़े एक बाबू को इन्हीं आरोपों में निलंबित किया जा चुका है। विभाग द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि निलंबन की अवधि में दीक्षा बैद्य का मुख्यालय सुकमा रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
यह कदम राज्य शासन द्वारा पोषण आहार वितरण में पारदर्शिता और प्रशासनिक सख्ती सुनिश्चित करने के प्रयासों का हिस्सा है। मामले की पूरी जांच चल रही है और इसके परिणामस्वरूप और भी अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
राज्यपाल के नाम से जारी इस आदेश पर अवर सचिव सुभाष चंद्र कुजूर के हस्ताक्षर हैं, जो मंत्रालय, नवा रायपुर से जारी किया गया।
यह घटना एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि सरकार पोषण आहार वितरण में गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
No comments