जगदलपुर: विकासखंड लोहंडीगुड़ा के ग्राम पंचायत बेलर के ग्रामीणों ने मनरेगा के अंतर्गत किए गए कार्यों की मजदूरी न मिलने पर बड़ांजी में चक्काजा...
जगदलपुर: विकासखंड लोहंडीगुड़ा के ग्राम पंचायत बेलर के ग्रामीणों ने मनरेगा के अंतर्गत किए गए कार्यों की मजदूरी न मिलने पर बड़ांजी में चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत द्वारा किए गए कार्यों के बावजूद उन्हें मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे वे लंबे समय से परेशान हैं।
ग्रामीण लखमू ने बताया कि उसके खेत में जमीन समतलीकरण और मरम्मत के कार्य मनरेगा के तहत किए गए थे। इसके लिए पंचायत द्वारा खेत की तस्वीरें ली गईं, लेकिन पिछले छह वर्षों से सिर्फ तीन लोगों को छोड़कर किसी भी मजदूर को भुगतान नहीं किया गया है। मजबूरन लखमू को अपनी जेब से मजदूरों का भुगतान करना पड़ा। इसी तरह, सुखराम कश्यप ने कहा कि उन्होंने जनपद, जिला और अन्य उच्च अधिकारियों को कई बार शिकायतें दी हैं, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
ग्रामीणों का कहना है कि जिला पंचायत ने 16-17 अक्टूबर को जांच टीम भेजने का आश्वासन दिया था, लेकिन 24 तारीख तक भी कोई जांच टीम नहीं पहुंची। इससे हताश होकर ग्रामीणों ने चक्काजाम किया।
घटनास्थल पर पहुंचे लोहंडीगुड़ा तहसीलदार ने ग्रामीणों से चर्चा की और उन्हें एसडीएम लोहंडीगुड़ा से मिलने की सलाह दी। इसके बाद ग्रामीणों ने लोहंडीगुड़ा एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मजदूरी का शीघ्र भुगतान करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों का आरोप है कि 2018 से 2024 तक के कई मनरेगा कार्यों का भुगतान पंचायत द्वारा रोक लिया गया है। इसके अलावा, बिना काम किए ही नकली मस्टररोल बनाकर पैसों की हेराफेरी का भी आरोप लगाया गया है।
इस पर एसडीएम शंकर लाल सिन्हा ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायतों के आधार पर जनपद कार्यालय को जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच पूरी कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का यह विरोध प्रदर्शन पंचायत प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है, और अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट और उसके बाद की कार्यवाही पर टिकी हुई हैं।
No comments