बालोद । कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि कुपोषण हमारे समाज के विकास के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्त समाज के निर्म...
बालोद । कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि कुपोषण हमारे समाज के विकास के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण के लिए समाज के सभी वर्गों के लोगों की सक्रिय सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। चन्द्रवाल आज जिला मुख्यालय बालोद के समीपस्थ ग्राम पकड़ीभाट के ग्राम पंचायत परिसर में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह के समापन अवसर पर उद्गार व्यक्त कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि छोटे बच्चों, किशोरों एवं महिलाओं को कुपोषण मुक्त रखने हेतु 01 सितम्बर से आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह का आज समापन किया गया। इस दौरान बच्चों, किशोरों एवं महिलाओं को कुपोषण मुक्त रखकर एक स्वस्थ्य एवं सुदृढ़ समाज के निर्माण सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन के सहयोग से आम नागरिकों को कुपोषण के दुष्प्रभावों की जानकारी देने हेतु लगातार सम्पूर्ण जिले में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गई। ग्राम पंचायत परिसर पकड़ीभाट में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह के समापन अवसर पर आज जिला पंचायत सदस्य कृतिका साहू, जनपद अध्यक्ष पे्रमलता साहू, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन, जनपद सदस्य उर्मिला गेडाम, सरपंच ईश्वरी बाई निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने उपस्थित लोगों को कुपोषण के दुष्प्रभावों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों एवं उनके माताओं के कुपोषण से ग्रसित होने पर उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास हमेशा के लिए बाधित हो जाता है। इसलिए एक स्वस्थ्य, सुदृढ़ एवं बेहतर समाज के निर्माण के लिए हमारे नवनिहाल एवं उनकी माताओं का कुपोषण मुक्त होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में हमारे सरकार के द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे है। इस अवसर पर कलेक्टर ने 01 सितम्बर से प्रारंभ राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान जिले में हुए उल्लेखनीय कार्यों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि इस दौरान वे स्वयं जिले के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर कार्यों का जायजा लिए हैं। चन्द्रवाल ने इस दौरान बेहतर प्रतिसाद देखने को मिला। उन्होंने सभी गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से उन्हें प्रदान की जाने वाली गर्म पौष्टिक भोजन को अनिवार्य रूप से ग्रहण करने की अपील भी की। इसके अलावा उन्होंने कुपोषित बच्चों को अनिवार्य रूप से पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराकर अपने बच्चों को सुपोषित करने के अभियान में शासन-प्रशासन का सहयोग करने को कहा। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि समाज के सभी वर्गों के सहयोग से बालोद जिले को शीघ्र ही एक कुपोषण मुक्त जिला बनाने के अभियान में हम सफल होंगे।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को कुपोषण के दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए समाज को कुपोषण मुक्त रखने हेतु तथा बालोद जिले को कुपोषण मुक्त जिला बनाने हेतु सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की। इस अवसर पर कलेक्टर एवं अतिथियों के द्वारा कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जाँचकर दवाइयां भी वितरित की गई। कलेक्टर चन्द्रवाल एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बच्चों के माता-पिता एवं अभिभावकों को बच्चों को दवाइयां खिलाने के विधि के संबंध में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इसके पूर्व कलेक्टर चन्द्रवाल के द्वारा ग्राम पंचायत परिसर पड़कीभाट में ’एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत पौध रोपण भी किया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत पड़कीभाट में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना अंतर्गत गंभीर कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जाँच हेतु स्वास्थ्य शिविर भी लगाई गई थी। कलेक्टर ने इस स्वास्थ्य जाँच शिविर का अवलोकन कर मौके पर उपस्थित चिकित्सकों एवं अधिकारियों से इस संबंध में आवश्यक जानकारियां ली। कार्यक्रम स्थल में महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा सुपोषण माह के अंतर्गत सुंदर एवं आकर्षक सुपोषण रंगोली का भी निर्माण किया गया था। इसके अलावा कुपोषण मुक्ति अभियान के अंतर्गत पौष्टिक व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। कलेक्टर एवं अतिथियों ने इस सुपोषण रंगोली तथा पौष्टिक व्यंजनों का अवलोकन कर भूरी-भूरी सराहना की।
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