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सुकमा के भंडारपदर मुठभेड़ में 10 नक्सलियों का खात्मा, सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी

सुकमा :  जिले के भंडारपदर क्षेत्र में हुई बड़ी मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। इस मुठभेड़ मे...

सुकमा : जिले के भंडारपदर क्षेत्र में हुई बड़ी मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। इस मुठभेड़ में दक्षिण बस्तर डिवीजन के मिलिट्री इंचार्ज मड़कम मासा सहित 10 नक्सली ढेर हो गए, जिनमें दो डिवीजनल व कमेटी मेंबर (DVCM), तीन एरिया कमेटी मेंबर (ACM) और चार PLGA कैडर शामिल हैं।

बता दें मारे गए नक्सलियों पर 40 लाख का इनाम : मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में मड़कम मासा और लखमा माड़वी जैसे बड़े कमांडर शामिल हैं।


भारी मात्रा में हथियार बरामद : घटनास्थल से INSAS, AK-47, SLR, 9mm पिस्तौल सहित कुल 11 हथियार और बड़ी संख्या में माओवादी सामग्री बरामद हुई।


2024 में ऐतिहासिक उपलब्धि : पहली बार नक्सल विरोधी अभियान में एक साल में 200 से अधिक नक्सलियों का खात्मा किया गया।


मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी :

21 नवंबर 2024 को सुकमा जिले के भेजी थाना क्षेत्र के कोण्टा और किस्टाराम इलाकों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम और भंडारपदर क्षेत्र में सघन अभियान चलाया।

22 नवंबर की सुबह 9 बजे, दंतेशपुरम-भंडारपदर-कोराजगुड़ा के बीच मुनूरकोंडा पहाड़ी पर माओवादी और पुलिस बलों के बीच मुठभेड़ हुई।


सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता :

मुठभेड़ के बाद इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें तीन महिला नक्सलियों समेत कुल 10 शव बरामद हुए। मारे गए नक्सलियों में प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:



1. मड़कम मासा: DVCM, दक्षिण बस्तर डिवीजन का मिलिट्री इंचार्ज, 8 लाख का इनामी।

2. लखमा माड़वी: DVCM, स्मॉल एक्शन टीम कमांडर, 8 लाख का इनामी।

3. कुरतम कोसा: ACM, 5 लाख का इनामी।

4. दुर्रो कोसी उर्फ रितिका: कोण्टा एलओएस कमांडर, 5 लाख का इनामी।

5. मुचाकी देवा: एरिया मिलिशिया कमांडर, 5 लाख का इनामी।


राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक उपलब्धि :

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुंदरराज पी. ने बताया कि 2024 में सुरक्षा बलों ने 207 नक्सलियों को मार गिराया, 787 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 789 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इसके अलावा, 262 हथियार भी बरामद किए गए। यह नक्सल विरोधी अभियान के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।


सुरक्षा बलों की रणनीतिक कामयाबी :

डीआईजी श्री कमलोचन कश्यप ने कहा कि यह मुठभेड़ PLGA Platoon No. 04 के लिए बड़ा झटका है। यह अभियान सुरक्षा बलों के बेहतरीन तालमेल और रणनीति का परिणाम है, जो आने वाले समय में माओवादियों के खिलाफ निर्णायक साबित हो सकता है।


सुकमा में हुए इस अभियान ने यह साबित कर दिया है कि सुरक्षा बल माओवादियों के खिलाफ अपनी सख्त नीति पर कायम हैं और उनका प्रभाव लगातार कमजोर हो रहा है।


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