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मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पड़ी महंगी: कोन्टा नपं के उप अभियंता निलंबित, एफआईआर दर्ज

सुकमा : जिले के कोन्टा नगर पंचायत के उप अभियंता देवेन्द्र कुमार पहाड़ी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी ...

सुकमा : जिले के कोन्टा नगर पंचायत के उप अभियंता देवेन्द्र कुमार पहाड़ी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करना भारी पड़ गया। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने उन्हें निलंबित कर दिया है, वहीं कोन्टा थाने में उनके खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया है।

सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो का वायरल होना :

6 नवंबर को उप अभियंता देवेन्द्र कुमार पहाड़ी ने अपने मोबाइल से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ एक आपत्तिजनक वीडियो अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर साझा किया। यह वीडियो वायरल होते ही क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस कृत्य को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की मांग की।


भाजपा नेताओं ने की सख्त कार्रवाई की मांग :

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, जिनमें पूर्व जिलाध्यक्ष अरुण सिंह भदौरिया, हुंगाराम मरकाम, जिला कोषाध्यक्ष लीलाधर राठी और एससी मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजकुमार श्रीवाने शामिल हैं, ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने उप अभियंता के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की।


कलेक्टर ने मानी अभद्रता, तत्काल निलंबन :

कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने इस घटना को 'अशोभनीय' करार देते हुए इसे डग सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1965 के नियम 03 का उल्लंघन माना। नगर पंचायत सीएमओ की सिफारिश पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने 15 नवंबर 2024 को तत्काल प्रभाव से उप अभियंता को निलंबित कर सुकमा नगर पालिका में संलग्न कर दिया।


भाजपा कार्यकर्ताओं ने व्यक्त की संतुष्टि :

भाजपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर की कार्रवाई का स्वागत किया। मंत्री केदार कश्यप के प्रति आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना दूसरों के लिए एक सख्त संदेश होगी।


पुलिस भी हुई सक्रिय, मामला दर्ज :

निलंबन के बाद, पुलिस ने भी तेजी दिखाते हुए कार्रवाई शुरू की। कोन्टा थाना प्रभारी सोनल ग्वाला ने भारतीय दंड संहिता की धारा 174 के तहत उप अभियंता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। भाजपा नेताओं साई रेड्डी और सुभाष चतुर्वेदी ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।


भविष्य के लिए सबक :

यह घटना सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि सोशल मीडिया पर किसी भी अभद्र टिप्पणी या गतिविधि के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। सुकमा प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अनुशासनहीनता और अनैतिक आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


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