बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के भनवारटंक क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जिसमें मालगाड़ी के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना बिलासप...
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के भनवारटंक क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जिसमें मालगाड़ी के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना बिलासपुर-कटनी रेलखंड के खोंगसरा और भनवारटंक स्टेशनों के बीच सुबह 11:11 बजे हुई। हादसे की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जोनल स्टेशन में तीन बार हूटर बजाए गए, जिससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
इस घटना के चलते अप और डाउन दोनों रेल लाइनों पर परिचालन पूरी तरह बाधित हो गया। पटरियों के साथ-साथ हाईटेंशन बिजली लाइन को भी नुकसान पहुंचा है। कई डिब्बे पटरियों पर पलट गए, जिससे इस रूट पर यात्रा कर रही कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से भेजना पड़ा।
• सुधार कार्य जारी :
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की टीम ने तुरंत रेस्टोरेशन का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन इसे पूरा करने में समय लग सकता है। प्रभावित पटरियों को दुरुस्त करने और परिचालन बहाल करने के लिए रेलवे अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात जुटे हुए हैं।
इस हादसे के कारण यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी दी है। प्रभावित ट्रेनों की सूची जारी कर उनके परिवर्तित मार्ग की सूचना सार्वजनिक की गई है।
रेलवे प्रशासन का कहना है कि हादसे के कारणों की जांच की जाएगी और सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाएगा। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन हमारी प्राथमिकता रेल सेवा को जल्द से जल्द बहाल करना है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और आवश्यक सुधार कार्य तेजी से किया जा रहा है।
इस हादसे ने रेल नेटवर्क की सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं, जिन पर आने वाले समय में ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
Published By Gaurav
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