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कार्यपरिषद की बैठक का बलपूर्वक विरोध करवाना पूर्व विधायक जैन की अदूरदर्शिता का परिचायक है : जयराम दास

जगदलपुर :  शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक को लेकर एनएसयूआई नेताओं, छात्रों का विरोध और राजनीतिक बयानबाजी शनिवार को ...

जगदलपुर : शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक को लेकर एनएसयूआई नेताओं, छात्रों का विरोध और राजनीतिक बयानबाजी शनिवार को चरम पर दिखा। पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने छात्रों के उग्र प्रदर्शन का समर्थन करते हुए इसे छात्रहित में उठाया गया कदम बताया। वहीं, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री और पूर्व छात्र नेता जयराम दास ने जैन पर तीखा हमला बोलते हुए उनके कार्यकाल में छात्रहित की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए।

जयराम दास के आरोप :

जयराम दास ने कहा कि रेखचंद जैन ने अपने शासनकाल में पीजी कॉलेज की जमीन पर अवैध निर्माण करवाकर ठेकेदारी को बढ़ावा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब छात्रों ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई थी, तो जैन ने हॉस्टल के छात्रों की बिजली-पानी सप्लाई कटवा दी थी और उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी थी।


दास ने कार्यपरिषद की बैठक न होने देने को बस्तर के आदिवासी छात्रों के हितों पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि कार्यपरिषद विश्वविद्यालय की संवैधानिक संस्था है और इसकी बैठक बाधित करना अनुचित है। उन्होंने मांग की कि जैन अपने कथित कृत्यों के लिए सार्वजनिक माफी मांगे।


पूर्व विधायक का पक्ष :

वहीं, रेखचंद जैन ने कहा कि छात्रों का प्रदर्शन पूरी तरह छात्रहित में है और फीस वृद्धि के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी था। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों का शोषण करने का आरोप लगाया।


कार्यपरिषद की बैठक और छात्रों के प्रदर्शन पर ये विवाद न केवल छात्रों बल्कि पूरे विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रभावित कर रहा है। इससे जुड़े आरोप-प्रत्यारोपों ने बस्तर के शिक्षा तंत्र में राजनीतिक हस्तक्षेप और पारदर्शिता की कमी पर भी सवाल खड़े किए हैं।


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