रायपुर : अपने विशिष्ट उद्देश्य और गुरु भगवंतों के मार्गदर्शन से 2018 से चली आ रही कैवल्यधाम कुम्हारी में सांस्कृतिक धारा की प्रस्तुति सृजन ...
रायपुर : अपने विशिष्ट उद्देश्य और गुरु भगवंतों के मार्गदर्शन से 2018 से चली आ रही कैवल्यधाम कुम्हारी में सांस्कृतिक धारा की प्रस्तुति सृजन 2024 ने विचक्षण जैन विद्यापीठ की सफलता और पूर्णता का एक नया आयाम रचा।
विद्यापीठ के बच्चों ने सभी विषयों के शैक्षणिक उद्देश्यों को दर्शाने वाले मॉडल्स तैयार कर अतिथियों और अभिभावकों को अचंभित किया।
सृजन 2024 के मुख्य अतिथि के रूप में सर्वोच्च गरिमामयी और प्रशासनिक पद पर आसीन धमतरी की कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी आमंत्रित हुईं थीं।
विशेष अतिथि के रूप में श्री नरेंद्र चोपड़ा और श्री शांतिलाल चोपड़ा उपस्थित थे।
स्वागत गीत के पश्चात् दीप प्रज्जवलन और मंगलाचरण के साथ सृजन 2024 ने अपनी गति पकड़ी।
मुख्य अतिथि महोदया ने अपने उद्बोधन में बच्चों में जोश भरते हुए विद्यापीठ के शतकीय वार्षिकोत्सव की शुभकामनायें दीं।
समारोह में विचक्षण जैन विद्यापीठ प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री राजेश सावनसुखा, सभी माननीय सदस्य और प्राचार्य श्री संजय मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया।
प्राचार्य महोदय ने विद्यालय की प्रगति और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
भारतीय त्योहारों और परंपराओं की सार्थकता के लक्ष्य पर आधारित हमारा वार्षिकोत्सव हर पर्व की सुरभि बिखेरता हुआ आगे बढ़ता गया।
हर क्षेत्र में विद्यापीठ का गौरव बढ़ाने वाले विद्यार्थी पुरस्कृत किये गये। दुर्ग शाखा के बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति के बाद कुम्हारी के बच्चों ने अपनी बगिया के फूल बिखेरे।
शिक्षा, संस्कार और चरित्र निर्माण की त्रिवेणी से सराबोर हमारा सृजन 2024 प्राचार्य श्री संजय मिश्रा के मार्गदर्शन, शिक्षकों एवं अन्य विभागीय सदस्यों के सहयोग से पूर्णतः सफलता के मुकाम पर पहुँचा और उपस्थित जनसमूह को मन्त्रमुग्ध कर दिया।
विद्यापीठ प्रबंधन समिति के संयुक्त सचिव श्री विजय मालू ने कार्यक्रम की समापन बेला को अपने धन्यवाद ज्ञापन और आभार से आतिथ्य सत्कार की भारतीय परंपरा का निर्वाह किया। अखंड राष्ट्रीयता की भावना के साथ उपस्थित जनसमूह एवं विद्यापीठ परिवार ने राष्ट्रगान को सर्वोच्च सम्मान देते हुए सृजन 2024 को एक अल्पविराम देकर भावी सृजन के लिए एक नया सोपान रखा।
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