रायपुर: छत्तीसगढ़ में भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा आज (शुक्रवार) की जाएगी। इस फैसले के साथ ही नगरीय निकाय चुनाव और आगामी राजनीतिक रणन...
रायपुर: छत्तीसगढ़ में भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा आज (शुक्रवार) की जाएगी। इस फैसले के साथ ही नगरीय निकाय चुनाव और आगामी राजनीतिक रणनीतियों को लेकर भाजपा का बड़ा दांव देखने को मिल सकता है। मौजूदा राजनीतिक माहौल और ओबीसी आरक्षण के मुद्दे के मद्देनजर, पार्टी इस वर्ग से प्रदेशाध्यक्ष चुनकर राजनीतिक संतुलन साधने की कोशिश कर सकती है।
गुरुवार शाम को नामांकन की प्रक्रिया पूरी की गई। आज राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन और चुनाव पर्यवेक्षक गजेंद्र पटेल की उपस्थिति में नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम का ऐलान होगा।
ओबीसी आरक्षण को लेकर हालिया विवाद ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है। कांग्रेस ने भाजपा पर आरक्षण में कटौती का आरोप लगाया है, जिससे ओबीसी वर्ग में नाराजगी बढ़ी है। इसे देखते हुए भाजपा ओबीसी वर्ग से नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त कर उनकी नाराजगी कम करने का प्रयास कर सकती है। नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए कई नाम चर्चा में हैं। इनमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, दुर्ग के पूर्व सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा प्रमुख हैं। हालांकि, मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव को भी इस पद पर बरकरार रखने की संभावना जताई जा रही है।
भाजपा के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव को मंत्रिमंडल में शामिल करने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। इस कड़ी में बिलासपुर से अमर अग्रवाल और बस्तर से विधायक किरण सिंह देव का नाम चर्चा में है। भाजपा ने हाल ही में 33 जिला अध्यक्षों और कई मंडल अध्यक्षों को बदला है, जिससे पार्टी के भीतर नई ऊर्जा दिखाई दे रही है। प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति भी इस रणनीति का अहम हिस्सा है, जो आगामी निकाय चुनाव और 2028 के विधानसभा चुनावों की दिशा तय करेगी।
भाजपा का यह कदम राजनीतिक समीकरणों को साधने और संगठन को मजबूत करने की ओर इशारा कर रहा है। अब देखना यह होगा कि प्रदेशाध्यक्ष के रूप में किसे चुना जाता है और यह फैसला भाजपा के लिए कितना फायदेमंद साबित होता है।
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