बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू मार्ग पर नक्सलियों ने एक बड़ा हमला करते हुए सुरक्षाबलों से भरे बोलेरो वाहन को आईईडी विस्फोट से ...
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू मार्ग पर नक्सलियों ने एक बड़ा हमला करते हुए सुरक्षाबलों से भरे बोलेरो वाहन को आईईडी विस्फोट से उड़ा दिया। इस हमले में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए, जबकि 5 से अधिक जवान घायल बताए जा रहे हैं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि की है।
हमला उस समय हुआ जब सुरक्षाबलों की टीम अबूझमाड़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद वापस लौट रही थी। चार दिनों तक जंगल में अभियान के बाद थके हुए जवान पिकअप वाहन में सवार थे। इसी दौरान कुटरू मार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर वाहन को निशाना बनाया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए।
इस हमले में डीआरजी के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम भी शहीद हुए। सन्नू एक आत्मसमर्पित नक्सली थे, जिन्होंने 2017 में नक्सलवाद का त्याग कर डीआरजी में सेवा शुरू की थी। बीते कुछ दिनों में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान में नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इस हमले को सुरक्षाबलों पर जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
पुलिस ने अब तक मुठभेड़ स्थल से 5 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं, जिनमें दो महिला नक्सली भी शामिल हैं। मारे गए नक्सली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) के वरिष्ठ कैडर से संबंधित हो सकते हैं। घटनास्थल से एके-47, सेल्फ लोडिंग राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। अभियान में दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव जिलों की डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम शामिल है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, "जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। नक्सलवाद को खत्म करने की लड़ाई और भी दृढ़ता से जारी रहेगी।" बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। घायल जवानों को बचाने और उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
• 2010 की घटना की याद ताजा :
यह हमला 2010 में दंतेवाड़ा में हुए उस कुख्यात हमले की याद दिलाता है, जब नक्सलियों ने सीआरपीएफ के 75 जवानों को निशाना बनाया था। बीजापुर में हुए इस हालिया हमले ने फिर से यह स्पष्ट किया है कि नक्सलियों की चुनौती अभी समाप्त नहीं हुई है।
यह हमला न केवल सुरक्षा बलों के प्रति नक्सलियों की बर्बरता को उजागर करता है, बल्कि उनकी हताशा का भी प्रतीक है। देश शहीद जवानों की कुर्बानी को नमन करता है और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है।
published by gourav jha
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