बिलासपुर: क्षेत्र में बढ़ते अपराध और सड़क हादसों को लेकर चिंताजनक स्थिति पर आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने एक सशक्त योजना का खुलासा किया है। उन्हो...
बिलासपुर:क्षेत्र में बढ़ते अपराध और सड़क हादसों को लेकर चिंताजनक स्थिति पर आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने एक सशक्त योजना का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि नशे के अवैध कारोबार और इससे अर्जित संपत्ति को जब्त करने के अभियान से अपराधों में कमी लाने का प्रयास जारी है। चेतना हाल में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने पिछले साल की आपराधिक घटनाओं और पुलिस की उपलब्धियों का लेखाजोखा पेश किया।
आईजी शुक्ला ने बताया कि हत्या, हत्या के प्रयास और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों की जांच में यह बात सामने आई है कि इनमें से अधिकांश मामलों में अपराधियों का नशे की स्थिति में होना पाया गया है। इससे साफ है कि नशा अपराध की जड़ है। पुलिस ने अब नशे के कारोबार पर लगाम कसने के लिए चार प्रमुख प्राथमिकताएं तय की हैं।
चार प्राथमिकताएं:
1. नशे पर सख्ती और जागरूकता:
नशे के अवैध कारोबार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही समाज में जागरूकता फैलाने के लिए स्वयंसेवी संगठनों के साथ अभियान चलाया जाएगा।
2. साइबर अपराध पर नियंत्रण:
चोरी की तुलना में साइबर अपराध के मामलों में अधिक संपत्ति हड़पी जा रही है। इसके लिए थानों में प्रशिक्षित पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे ताकि पीड़ितों को समय पर मदद मिले।
3. सड़क हादसों में कमी:
सड़क हादसों को कम करने के लिए सड़क निर्माण और ट्रैफिक इंजीनियरिंग में सुधार किया जाएगा। यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
4. कम्युनिटी पुलिसिंग:
जनता और पुलिस के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर दिया जाएगा। साइबर फ्रॉड और अन्य अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नियमित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सालभर की पुलिस उपलब्धियां:
नशीले पदार्थों की जब्ती:
रेंज में 300 से अधिक मामलों में बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त किए गए।
अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश:
सीपत स्थित ज्वेलरी चोरी मामले में पुलिस ने टैटू की मदद से अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता पाई। आईजी ने एएसपी अनुज कुमार के नेतृत्व में टीम की सराहना की।
सड़क हादसे और अपराध रोकने पर जोर:
आईजी ने बताया कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के साथ-साथ लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन कराने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "समय पर शिकायत दर्ज कराने और पुलिस से जुड़ाव बढ़ाने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग कारगर साबित होगी।"
नशा और अपराध पर सख्ती से काबू पाने के लिए पुलिस की यह कार्य योजना भविष्य में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद जगाती है।
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